आदिवासी अंचल मंडला जिले के कई पंचायत ऐसे हैं जहां पर खुले आम भ्रष्टाचार चल रहा है सरपंच सचिव के अलावा कोई भी सरकारी पैसों पर अपना हक जमा कर पैसा हजम कर जाते हैं और हितग्राही या गरीब परिवार वंचित रह जाते हैं ऐसे ही मामला मंडला जिले के जनपद पंचायत मोहगांव के अंतर्गत आने वाले ग्राम पंचायत पलेहरा में देखने को मिला है ग्राम पंचायत पलेहरा के वन ग्राम झीना में
श्रीराम बैगा पिता सुखलाल बैगा का आवास सुकृत हुआ है और पहला किश्त 50000 हजार भी डल चुका था पर ग्राम पंचायत पलेहरा के पूर्व उप सरपंच मंगलेश भारतीय ने आधी पैसा हजम कर गया आवास हितग्राही श्रीराम बैगा ने बताया 50 000 हजार में से जो मटेरियल दिया है निम्न अनुसार एक ट्राली इंट 9000 हजार का एक ट्राली रेत जो नर्मदा नदी है उसका कीमत 3000 हजार है एक ट्राली गिट्टी
4000 हजार का 10 बोरी सीमेंट 3500 का है एक क्विंटल लोहा 6200 का है बाकी पूरा पैसा अपने जेब में श्रीराम बैगा ने बताया जब पूर्व उप सरपंच को पैसा वापस करने को कहा तो झगड़ा करने लगा आपको बता दें सरकार जन मन योजना के माध्यम से बैगा परिवारों को आवास मुहैया कराया जा रहा है जो दो लाख पचास हजार की राशि होती है लेकिन इतना राशि देने के बाद भी भ्रष्टाचारियों की वजह से हितग्रही अपने घर पूरा नहीं कर पा रहे हैं